जान देने की जल्दबाजी: क्या आपने सूई में से हाथी निकलते देखा है? हमने देखा, सोमवार 4 अप्रैल 2022 को. चर्चगेट जानेवाली लोकल ट्रेन जैसे ही मरीन लाइंस से कुछ आगे सिग्नल न मिलने के कारण रुकी, एक लोकल यात्री नीचे कूद पड़ा और अपनी जान का खतरा मोल लेते हुए बगल में लगी जालियों के बीच से काफी मशक्कत कर सड़क पर चला गया. दो-पांच मिनट का समय बचाने के लिए अक्सर लोकल यात्री इस तरह का खतरा मोल लेते हैं. ऐसे में किसी तरह की दुर्घटना हो जाने पर रेल प्रशासन को दोष देना कहां तक उचित है. (फोटो- सचिन हळदे)
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