सियासत की मंडी में हिंदुत्व का होलसेल!

शिंदे गुट और राणे कुनबे के बीच सियासी सौतिया-डाह


- केसरकर ने राणे पुत्रों को बताया नादान, तो मचा घमासान


- निलेश राणे ने कहा, अपनी लिमिट में रहो केसरकर


निरंजन देवकीनंदन @ मुंबई

महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों 'हिंदुत्व' की मंडी सज गई है और खुद को बेहतर हिंदुत्व का ठेकेदार बताने के लिए सियासी दलों के अगुवा नेताआें में होड़ लग गई है।उद्धव ठाकरे के नेतृत्ववाली शिवसेना के हिंदुत्व को कम दमदार बताते हुए एकनाथ शिंदे ने विद्रोह का बिगुल बजाया और भाजपा की गोद में बैठकर मुख्यमंत्री बन बैठे। शिंदे का दावा है कि उनके हिंदुत्व से भाजपा का हिंदुत्व मेल खाता है। ये अलग बात है कि जब फडणवीस मुख्यमंत्री थे, तब एकनाथ शिंदे को उनका नेतृत्व रास नहीं आ रहा था। उन्होंने कई बार खुलकर तब फडणवीस का विद्रोह भी किया था। खैर राजनीति मेंं हिंदुत्व का चप्पू थामकर अपनी नाव किनारे लगाने का दांव कोई नया नहीं है। लेकिन मुश्किल तब हो जाती है जब एक ही खेमे में हिंदुत्व के कई पैरोकारर मौजूद हों। ऐसे में 'मेरा हिंदुत्व तेरे हिंदुत्व से बेहतर' की होड़ मचना स्वाभाविक है। ऐसा ही कुछ इन दिनों भाजपा और उसके सहयोगियों के बीच देखने को मिल रहा है।


शिंदे की एंट्री से हाशिए पर जाने का डर

राजनीति के जानकारों का कहना है कि भाजपा की गोद में एकनाथ शिंदे के आ बैठने से वहां पहले ही से मौजूद नारायण राणे कुनबे को जगह कम पड़ने लगी है।कभी नारायण राणे भाजपा के मुंबइया चाणक्य देवेंद्र फडणवीस से सबसे ज्यादा सटे रहते थे, लेकिन अब एकनाथ शिंदे के भाजपा के साथ आने से नारायण राणे और उनके दो बयान बहादुर बेटे खुद को कुछ अलग-थलग पड़ा पा रहे हैं। यही वजह है कि अब नारायण राणे के बेटे निलेश राणे और शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर के बीच अनबन तेज हो गई है।


राणे पुत्रों को केसरकर ने बताया नादान

दरअसल जिस तरह नारायण राणे के बेटे नीतेश और निलेश आए दिन उद्धव ठाकरे और शिवसेना पर कड़ी बयानबाजी करते हैं, उसे देखते हुए दीपक केसरकर ने मीडिया मेंं बयान दिया कि राणे के दोनों बेटे छोटे हैं। उन्हें समझाने की जरूरत है।


उद्धव ठाकरे डुप्लिकेट हिंदुत्व दिखा रहे थे : निलेश

केसरकर के इस बयान से निलेश राणे तिलमिला उठे हैं। उन्होंने मीडिया में कहा कि दीपक केसरकर को यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारा गठबंधन है। इस गठबंधन को बचाने की जितनी जिम्मेदारी हमारी है, उतनी ही तुम्हारी भी है। तुम शिंदे गुट के प्रवक्ता हो, हमारे नहीं। निलेश राणे ने केसरकर को संबोधित करते हुए कहा, ''उद्धव ठाकरे डुप्लिकेट हिंदुत्व दिखा रहे थे, इसलिए तुम लोग यहां (भाजपा के साथ) आए। जो डुप्लिेकट हिंदुत्व दिखा रहे थे, उनके बारे में कुछ कहा तो तुम्हारे क्यों गुस्सा आ रहा है? डुप्लिकेट हिंदुत्व दिखानेवाले हिंदुत्व से इतना अपनापा क्यों दिखा रहे हो?


केसरकर को अपनी लिमिट में रहने को कहा

निलेश राणे यहीं नहीं रुके बल्कि दीपक केसरकर पर बरसते हुए कहा कि तुम्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि तुम्हारे चुनाव क्षेत्र में हमने तुम्हारी क्या हालत बनाई थी। राणे के इन्हीं दोनों बेटों ने तुम्हारे हाथ से तुम्हारी नगरपालिका छीन ली थी। आज वहां भाजपा का डंका बज रहा है। जिला परिषद भी हमारे पास है। तुम्हारे चुनाव क्षेत्र के पंचायत समिति भी हमारे पाले में है।शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर को औकात बताने के अंदाज में निलेश राणे ने कहा, ''केसरकर चुनाव क्षेत्र में तुम्हारी क्या औकात है, हमें अच्छी तरह पता है। यह मत भूलों कि तुम्हेंं दूसरा राजनीतिक जीवनदान मिला है। तुम जिस भाषा में बात करोगों हम उसी भाषा में जवाब देने के लिए तैयार हैं। लेकिन वातावरण खकराब मत करो। ध्यान रखों कि जवाबदारी हम दोनों पर है।''

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