संडे को फन-डे बनानेवाले मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय ने जीता मुंबईकरों का दिल
रिपोर्ट: शिवप्रताप
फोटो-वीडियो: सचिन हळदे
रिपोर्ट: शिवप्रताप
फोटो-वीडियो: सचिन हळदे
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने 1 मार्च 2022 को कार्यभार संभालने के बाद से आम मुंबईकरों के जीवन को आसान और सुरक्षित बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, मसलन ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक निर्माण कार्य पर रोक, ट्रैफिक पुलिस द्वारा वाहनों की टोइंग को रोककर पैसे कमाने के बड़े रैकेट को खत्म करना, पासपोर्ट आवेदकों को पुलिस थाने जाकर चक्कर काटने से निजात दिलाना आदि. मुंबई को एक बेहतर और अधिक नागरिक हितैषी शहर बनाने के मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय के प्रयास को ध्यान में रखकर मुंबई प्रेस क्लब की ओर से मंगलवार 29 मार्च को प्रेस क्लब टेरेस पर उनके साथ पत्रकारों से चर्चा-सत्र का आयोजन किया गया, जहां पांडेय खुलकर बोले.
मुंबई पुलिस के निशाने पर नशे के सौदागर
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने इस दौरान कहा कि नशे के सौदागरों पर उनकी सख्त नजर है. युवा पीढ़ी ड्रग्स माफियाओं के जाल में फंसकर बरबादी की ओर बढ़ रही है. ऐसे में नशे के धंधे पर लगाम लगाना प्राथमिकता है. किससे कितनी मात्रा में नशीला पदार्थ जब्त किया गया है, इससे कहीं अधिक महत्वपूर्ण है ड्रग्स माफियाओं के नेटवर्क को ध्वस्त करना. हम इस दिशा में काम कर रहे हैं. ड्रग्स माफियाओं और ड्रग्स के धंधे से जुड़े अपराधियों पर तेज गति से कार्रवाई करने के लिए पुलिस के सभी विभागों को काम पर लगाया जाएगा. इन मामलों की जांच-पड़ताल केवल एंटी नार्कोटिक्स सेल तक सीमित नहीं रहेगी.
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने इस दौरान कहा कि नशे के सौदागरों पर उनकी सख्त नजर है. युवा पीढ़ी ड्रग्स माफियाओं के जाल में फंसकर बरबादी की ओर बढ़ रही है. ऐसे में नशे के धंधे पर लगाम लगाना प्राथमिकता है. किससे कितनी मात्रा में नशीला पदार्थ जब्त किया गया है, इससे कहीं अधिक महत्वपूर्ण है ड्रग्स माफियाओं के नेटवर्क को ध्वस्त करना. हम इस दिशा में काम कर रहे हैं. ड्रग्स माफियाओं और ड्रग्स के धंधे से जुड़े अपराधियों पर तेज गति से कार्रवाई करने के लिए पुलिस के सभी विभागों को काम पर लगाया जाएगा. इन मामलों की जांच-पड़ताल केवल एंटी नार्कोटिक्स सेल तक सीमित नहीं रहेगी.
समर्पित एंटी साइबर कानून की जरूरत
इस दौरान मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने कहा कि फिलहाल साइबर अपराधों की जांच आईटी एक्ट की अलग-अलग धाराओं के तहत की जाती है, जबकि समय की मांग है कि साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए एक समर्पित एंटी साइबर कानून बनाया जाए. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में साइबर अपराध से जुड़े मामलों की जांच का अधिकार इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों तक ही सीमित है. अब तकरीबन 40 हजार मानवबल वाले मुंबई पुलिस महकमे में बमुश्किल एक हजार इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी होंगे, ऐसे में समय की मांग है कि निचले रैंक के अधिकारियों को भी साइबर अपराधों की जांच का जिम्मा दिया जाए. मुंबई पुलिस विभाग में 10 हजार से ज्यादा हेड कांस्टेबल हैं. छोटे मोटे अपराधों की जांच का जिम्मा इन्हें सौंपकर हम जांच प्रक्रिया में तेजी ला सकते हैं.
बेलगाम बिल्डरों को दी चेतावनी
शहर में देर रात तक चलनेवाले कंस्ट्रंक्शन कार्य से होनेवाले ध्वनि प्रदूषण को रोकने और मुंबईकरों को राहत देने के लिए पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने कुछ दिन पहले शहर के दर्जनों बिल्डरों के साथ एक बैठक बुलाई थी जिसमें चर्चा करने के बाद रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कंस्ट्रक्शन गतिविधियो पर पाबंदी लगाने का फैसला किया गया. इस बारे में संजय पांडेय ने कहा कि बिल्डरों को ध्वनि प्रदूषण के मामले में 31 मार्च तक की मोहलत दी गई थी. अब नियमों का उल्लंघन करने पर उन पर कार्रवाई की जाएगी. अभी बिल्डरों पर बांबे पुलिस एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है. पर नियमों का उल्लंघन नहीं थमा तो उन पर सीआरपीसी की धाराओं के तहत एक्शन लिया जाएगा और लाखों रुपए के बांड भरवाए जाएंगे. नियम तोड़ने पर उन्हें इस रकम का भुगतान करना पड़ेगा.
बिल्डरों के लिए सख्त निर्देश
ज्ञात हो कि बिल्डरों के साथ पुलिस आयुक्त की बैठक में केवल सुबह 6 बजे से रात 10 बजे के बीच निर्माण कार्य का समय तय करने के अलावा, पुलिस आयुक्त ने बिल्डरों को निर्माण स्थल पर शोर अवरोधक या कटर लगाने का भी निर्देश दिया. उन्होंने बिल्डरों से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि शोर का स्तर अनुज्ञेय डेसिबल सीमा (65 डेसिबल) से अधिक न हो. इसके अलावा पुलिस आयुक्त ने बिल्डरों को ये निर्देश भी दिया कि निर्माण स्थल पर गार्ड की वर्दी ट्रैफिक पुलिस की वर्दी के समान नहीं होनी चाहिए. गार्ड को निर्माण स्थल पर तैनात किया जाना चाहिए, कंस्ट्रक्शन साइटों के गार्ड को मुख्य सड़कों पर तैनात नहीं किया जाना चाहिए. इतना ही नहीं डेवलपर्स को निर्माण स्थल पर काम करने के घंटे बताने वाले बोर्ड भी लगाने होंगे.
हाउसिंग सोसाइटियों की तानाशाही पर लगाम
प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुखातिब मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने कहा कि हाउसिंग सोसाइटियों की तमाम शिकायतें मिलती हैं, जहां मेंटनेंस बकाया रहने पर सदस्य के घर की बिजली या पानी कनेक्शन काट दिए जाते हैं. यह अधिकार उन्हें किसने दिया है? यदि मेंटनेंस बाकी है, तो नोटिस भेजे जाएं, रजिस्ट्रार के पास शिकयत की जाए. कानूनी रूप से कार्रवाई की जाए न कि अमानवीय अत्याचार किया जाए.
मुंबईकरों के लिए ‘संडे स्ट्रीट’ का शानदार तोहफा
मुंबईकरों को अपने घरों से बाहर निकलकर फिटनेस और खेल-कूद संबंधी गतिविधियों में लिप्त होने का मौका देने के लिहाज से मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय की पहल पर बीते रविवार से ‘संडे स्ट्रीट’ अभियान शुरु किया गया है. मुंबईकर इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं. मुंबई ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त आयुक्त राजवर्धन सिन्हा के अनुसार मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय की पहल पर पुलिस टीम ने 13 पैच की पहचान की है, जिनमें मरीन ड्राइव में दोराभाई टाटा रोड नरीमन पॉइंट, बांद्रा में कार्टर रोड, गोरेगांव में माइंड स्पेस बैक रोड, डीएन नगर में लोखंडवाला मार्ग, मुलुंड में तानसा पाइपलाइन और ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और विक्रोली ब्रिज शामिल हैं. हर रविवार को संडे स्ट्रीट पहल का आयोजन किया जाएगा. जहां सुबह 8 बजे से 11 बजे तक ट्रैफिक के लिए सड़कों बंद रखा जाएगा और ये नागरिकों के लिए खुली रहेंगी. इस दौरान वाहन चालकों के लिए वैकल्पिक मार्ग (डायवर्जन) की व्यवस्था रहेगी.
‘संडे स्ट्रीट’ की जोरदार सराहना
प्रेस क्लब में संजय पांडेय ने कहा कि वर्ष 2009 -10 के दौरान मुंबई में कुछ सीमित इलाकों में इसी तरह का अभियान शुरू किया गया था. लॉकडाउन के दौरान घरों में बंद रहकर ऊबे मुंबईकरों को आनंद के कुछ क्षण मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रयोगिक तौर पर इस अभियान को शुरू किया गया है. हम अब साइलेंट संडे की संभावना पर विचार कर रहे हैं, जहां रविवार को शोर उत्पन्न करनेवाले निर्माण कार्य बंद रहेंगे.
फिलहाल ‘संडे स्ट्रीट’ की जोरदार सराहना हो रही है. महाराष्ट्र के पर्यटन और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी इस पहल का स्वागत करते हुए कहा है कि सभी मुंबईवासियों से अपील है कि वे आगे आएं और इस पहल का समर्थन करें.
जानकारों का कहना है कि ‘संडे स्ट्रीट’ बेहतरीन पहल है. पहली बार कनाडा की राजधानी ओटावा में 1970 में इस तरह का ‘खुली सड़कों’ का प्रयोग किया गया था. बाद में 1974 में कोलंबिया के बोगोटा में मेयर लुइस प्रीतो ओकांपो की पहल पर ‘सिकलोविया’ अभियान चलाया गया. शुरू में केवल कुछ किलोमीटर की सड़कों को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया था. यह अभियान इस हद तक लोकप्रिय हो गया कि 121 किमी. से अधिक सड़कों को अब हर रविवार और राष्ट्रीय अवकाशों के दिन सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक पैदल चलने वालों के लिए खोल दिया जाता है. लोगों को उम्मीद है कि मुंबई में ‘संडे स्ट्रीट’ भी बेहद सफल रहेगा.
संजय पांडेय के कुछ अन्य सराहनीय कदम:
इस दौरान मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने कहा कि फिलहाल साइबर अपराधों की जांच आईटी एक्ट की अलग-अलग धाराओं के तहत की जाती है, जबकि समय की मांग है कि साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए एक समर्पित एंटी साइबर कानून बनाया जाए. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में साइबर अपराध से जुड़े मामलों की जांच का अधिकार इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों तक ही सीमित है. अब तकरीबन 40 हजार मानवबल वाले मुंबई पुलिस महकमे में बमुश्किल एक हजार इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी होंगे, ऐसे में समय की मांग है कि निचले रैंक के अधिकारियों को भी साइबर अपराधों की जांच का जिम्मा दिया जाए. मुंबई पुलिस विभाग में 10 हजार से ज्यादा हेड कांस्टेबल हैं. छोटे मोटे अपराधों की जांच का जिम्मा इन्हें सौंपकर हम जांच प्रक्रिया में तेजी ला सकते हैं.
बेलगाम बिल्डरों को दी चेतावनी
शहर में देर रात तक चलनेवाले कंस्ट्रंक्शन कार्य से होनेवाले ध्वनि प्रदूषण को रोकने और मुंबईकरों को राहत देने के लिए पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने कुछ दिन पहले शहर के दर्जनों बिल्डरों के साथ एक बैठक बुलाई थी जिसमें चर्चा करने के बाद रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कंस्ट्रक्शन गतिविधियो पर पाबंदी लगाने का फैसला किया गया. इस बारे में संजय पांडेय ने कहा कि बिल्डरों को ध्वनि प्रदूषण के मामले में 31 मार्च तक की मोहलत दी गई थी. अब नियमों का उल्लंघन करने पर उन पर कार्रवाई की जाएगी. अभी बिल्डरों पर बांबे पुलिस एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है. पर नियमों का उल्लंघन नहीं थमा तो उन पर सीआरपीसी की धाराओं के तहत एक्शन लिया जाएगा और लाखों रुपए के बांड भरवाए जाएंगे. नियम तोड़ने पर उन्हें इस रकम का भुगतान करना पड़ेगा.
बिल्डरों के लिए सख्त निर्देश
ज्ञात हो कि बिल्डरों के साथ पुलिस आयुक्त की बैठक में केवल सुबह 6 बजे से रात 10 बजे के बीच निर्माण कार्य का समय तय करने के अलावा, पुलिस आयुक्त ने बिल्डरों को निर्माण स्थल पर शोर अवरोधक या कटर लगाने का भी निर्देश दिया. उन्होंने बिल्डरों से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि शोर का स्तर अनुज्ञेय डेसिबल सीमा (65 डेसिबल) से अधिक न हो. इसके अलावा पुलिस आयुक्त ने बिल्डरों को ये निर्देश भी दिया कि निर्माण स्थल पर गार्ड की वर्दी ट्रैफिक पुलिस की वर्दी के समान नहीं होनी चाहिए. गार्ड को निर्माण स्थल पर तैनात किया जाना चाहिए, कंस्ट्रक्शन साइटों के गार्ड को मुख्य सड़कों पर तैनात नहीं किया जाना चाहिए. इतना ही नहीं डेवलपर्स को निर्माण स्थल पर काम करने के घंटे बताने वाले बोर्ड भी लगाने होंगे.
हाउसिंग सोसाइटियों की तानाशाही पर लगाम
प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुखातिब मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने कहा कि हाउसिंग सोसाइटियों की तमाम शिकायतें मिलती हैं, जहां मेंटनेंस बकाया रहने पर सदस्य के घर की बिजली या पानी कनेक्शन काट दिए जाते हैं. यह अधिकार उन्हें किसने दिया है? यदि मेंटनेंस बाकी है, तो नोटिस भेजे जाएं, रजिस्ट्रार के पास शिकयत की जाए. कानूनी रूप से कार्रवाई की जाए न कि अमानवीय अत्याचार किया जाए.
मुंबईकरों के लिए ‘संडे स्ट्रीट’ का शानदार तोहफा
मुंबईकरों को अपने घरों से बाहर निकलकर फिटनेस और खेल-कूद संबंधी गतिविधियों में लिप्त होने का मौका देने के लिहाज से मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय की पहल पर बीते रविवार से ‘संडे स्ट्रीट’ अभियान शुरु किया गया है. मुंबईकर इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं. मुंबई ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त आयुक्त राजवर्धन सिन्हा के अनुसार मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय की पहल पर पुलिस टीम ने 13 पैच की पहचान की है, जिनमें मरीन ड्राइव में दोराभाई टाटा रोड नरीमन पॉइंट, बांद्रा में कार्टर रोड, गोरेगांव में माइंड स्पेस बैक रोड, डीएन नगर में लोखंडवाला मार्ग, मुलुंड में तानसा पाइपलाइन और ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और विक्रोली ब्रिज शामिल हैं. हर रविवार को संडे स्ट्रीट पहल का आयोजन किया जाएगा. जहां सुबह 8 बजे से 11 बजे तक ट्रैफिक के लिए सड़कों बंद रखा जाएगा और ये नागरिकों के लिए खुली रहेंगी. इस दौरान वाहन चालकों के लिए वैकल्पिक मार्ग (डायवर्जन) की व्यवस्था रहेगी.
‘संडे स्ट्रीट’ की जोरदार सराहना
प्रेस क्लब में संजय पांडेय ने कहा कि वर्ष 2009 -10 के दौरान मुंबई में कुछ सीमित इलाकों में इसी तरह का अभियान शुरू किया गया था. लॉकडाउन के दौरान घरों में बंद रहकर ऊबे मुंबईकरों को आनंद के कुछ क्षण मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रयोगिक तौर पर इस अभियान को शुरू किया गया है. हम अब साइलेंट संडे की संभावना पर विचार कर रहे हैं, जहां रविवार को शोर उत्पन्न करनेवाले निर्माण कार्य बंद रहेंगे.
फिलहाल ‘संडे स्ट्रीट’ की जोरदार सराहना हो रही है. महाराष्ट्र के पर्यटन और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी इस पहल का स्वागत करते हुए कहा है कि सभी मुंबईवासियों से अपील है कि वे आगे आएं और इस पहल का समर्थन करें.
जानकारों का कहना है कि ‘संडे स्ट्रीट’ बेहतरीन पहल है. पहली बार कनाडा की राजधानी ओटावा में 1970 में इस तरह का ‘खुली सड़कों’ का प्रयोग किया गया था. बाद में 1974 में कोलंबिया के बोगोटा में मेयर लुइस प्रीतो ओकांपो की पहल पर ‘सिकलोविया’ अभियान चलाया गया. शुरू में केवल कुछ किलोमीटर की सड़कों को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया था. यह अभियान इस हद तक लोकप्रिय हो गया कि 121 किमी. से अधिक सड़कों को अब हर रविवार और राष्ट्रीय अवकाशों के दिन सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक पैदल चलने वालों के लिए खोल दिया जाता है. लोगों को उम्मीद है कि मुंबई में ‘संडे स्ट्रीट’ भी बेहद सफल रहेगा.
संजय पांडेय के कुछ अन्य सराहनीय कदम:
पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए घर आएगी पुलिस
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने कहा है कि पासपोर्ट सत्यापन प्रक्रिया के लिए नागरिकों को अब पहले की तरह पुलिस थाने नहीं बुलाया जाएगा. अब एक कांस्टेबल प्रक्रिया पूरी करने के लिए पासपोर्ट आवेदक के बताए पते पर जाएगा. हालांकि किसी तरह की विसंगति होने पर आवेदक को पुलिस थाने बुलाया जा सकता है.
20 दिनों में चार हजार खटारा से किनारा
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने ‘ऑपरेशन खटारा’ अभियान भी चलाया है, जिसके तहत जहां-तहां लंबे समय से पार्क कर छोड़ दिए गए वाहनों को जब्त कर वाहन मालिकों कर जुर्माना लगाए जाने की व्यवस्था की गई है. इस अभियान के तहत पिछले 20 दिनों के भीतर मुंबई से 4689 खटारा कारों को रास्तों से हटाया गया है, जिसके चलते रास्तों पर काफी जगह नजर आ रही है. इसी तरह गलत दिशा में वाहन चलानेवाले 2183 लोगों पर मामले दर्ज किए गए हैं. संजय पांडेय ने सोशल मीडिया पर कहा था कि रांग साइड चलने वाले ड्राइवरों को जुर्माना का लाभ दिए जाने के बजाय सीधे रैश ड्राइविंग का दोषी माना जाएगा.
शिकायतकर्ताओं से ठीक से पेश आएं
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने फेसबुक लाइव के जरिए पुलिसकर्मियों से संवाद करते हुए उन्हें हिदायत दी है कि वे पुलिस थानों में आने वाले लोगों को मेहमान समझें और शिकायतकर्ताओं से अच्छा व्यवहार करें. शिकायत लेकर थाने आए वरिष्ठ नागरिकों को एक गिलास पानी दें. किसी से अभद्र भाषा का इस्तेमाल न करें. अमीर-गरीब का भेदभाव न करें. लॉटरी अड्डों, डांस बारों पर जरूर कार्रवाई करें, लेकिन पुलिस की छवि को धूमिल करनेवाला काम न करें.
फूड डिलीवरी वालों को चेतावनी
पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने फूड डिलीवरी ब्वॉय के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा कि उपभोक्ताओं को समय पर खाना पहुंचाने के लिए उनके खिलाफ तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने की कई शिकायतें मिली हैं. उन्होंने कहा कि कुछ होटल-रेस्तरां यह कहते हुए उपभोक्ताओं को आकर्षित करते हैं कि निर्धारित समय पर खाना न मिलने पर उनका बिल माफ कर दिया जाएगा, जिसके चलते डिलीवरी ब्वॉय तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने को मजबूर होते हैं.
हॉकर मुक्त रेलवे स्टेशन
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने आदेश जारी किया है कि शहर में रेलवे स्टेशनों के सौ मीटर के दायरे में हॉकर (फेरीवाले) अपना व्यापार न करें. पांडेय ने सड़क किनारे फेरी लगाने से उपजी भीड़भाड़ की समस्या से निजात पाने के वास्ते यातायात पुलिस के अधिकारियों, बृहन्मुंबई महानगर पालिका, एनजीओ के सदस्यों और खुदरा व्यापारी कल्याण संघ तथा विभिन्न हॉकर संघ के लोगों के साथ एक बैठक के बाद कहा कि फेरीवालों को रेलवे स्टेशनों के सौ मीटर के दायरे के ‘नो हॉकिंग जोन’ में व्यापार नहीं करना चाहिए.
पर्सनल मोबाइल नंबर शेयर किया
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पर्सनल मोबाइल नंबर शेयर किया है. इसका मकसद है कि लोग सीधे उनसे संपर्क कर सकें और पुलिस बल के कामकाज में सुधार व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपने सुझाव दे सकें. पांडेय ने फेसबुक अकाउंट पर अपना फोन नंबर 9869702747 शेयर किया, जिसका इस्तेमाल वह पहले डीजीपी महाराष्ट्र के रूप में करते रहे.
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय के बारे में:
संजय पांडे 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वह आईआईटी कानपुर से पढ़े हैं. पांडे की गिनती बेहद ईमानदार और खुद्दार अधिकारियों में होती है. साल 1992-93 में जब मुंबई सांप्रदायिक दंगों की आग में झुलस उठी, तो पांडे उस वक्त बतौर डीसीपी कमान संभाल रहे थे. उन्होंने इस दौरान सूझबूझ से तनावग्रस्त स्थिति पर नियंत्रण पाया. तब श्रीकृष्ण कमीशन ने उनके काम की तारीफ की थी. फेसबुक पर संजय पांडेय के 50 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं. फिलहाल उनका कार्यकाल जून 2022 तक है.
(नोट: प्रेस क्लब में पत्रकारों के साथ मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय की बातचीत के दो वीडियो यहां शेयर किए जा रहे हैं.)
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने कहा है कि पासपोर्ट सत्यापन प्रक्रिया के लिए नागरिकों को अब पहले की तरह पुलिस थाने नहीं बुलाया जाएगा. अब एक कांस्टेबल प्रक्रिया पूरी करने के लिए पासपोर्ट आवेदक के बताए पते पर जाएगा. हालांकि किसी तरह की विसंगति होने पर आवेदक को पुलिस थाने बुलाया जा सकता है.
20 दिनों में चार हजार खटारा से किनारा
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने ‘ऑपरेशन खटारा’ अभियान भी चलाया है, जिसके तहत जहां-तहां लंबे समय से पार्क कर छोड़ दिए गए वाहनों को जब्त कर वाहन मालिकों कर जुर्माना लगाए जाने की व्यवस्था की गई है. इस अभियान के तहत पिछले 20 दिनों के भीतर मुंबई से 4689 खटारा कारों को रास्तों से हटाया गया है, जिसके चलते रास्तों पर काफी जगह नजर आ रही है. इसी तरह गलत दिशा में वाहन चलानेवाले 2183 लोगों पर मामले दर्ज किए गए हैं. संजय पांडेय ने सोशल मीडिया पर कहा था कि रांग साइड चलने वाले ड्राइवरों को जुर्माना का लाभ दिए जाने के बजाय सीधे रैश ड्राइविंग का दोषी माना जाएगा.
शिकायतकर्ताओं से ठीक से पेश आएं
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने फेसबुक लाइव के जरिए पुलिसकर्मियों से संवाद करते हुए उन्हें हिदायत दी है कि वे पुलिस थानों में आने वाले लोगों को मेहमान समझें और शिकायतकर्ताओं से अच्छा व्यवहार करें. शिकायत लेकर थाने आए वरिष्ठ नागरिकों को एक गिलास पानी दें. किसी से अभद्र भाषा का इस्तेमाल न करें. अमीर-गरीब का भेदभाव न करें. लॉटरी अड्डों, डांस बारों पर जरूर कार्रवाई करें, लेकिन पुलिस की छवि को धूमिल करनेवाला काम न करें.
फूड डिलीवरी वालों को चेतावनी
पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने फूड डिलीवरी ब्वॉय के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा कि उपभोक्ताओं को समय पर खाना पहुंचाने के लिए उनके खिलाफ तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने की कई शिकायतें मिली हैं. उन्होंने कहा कि कुछ होटल-रेस्तरां यह कहते हुए उपभोक्ताओं को आकर्षित करते हैं कि निर्धारित समय पर खाना न मिलने पर उनका बिल माफ कर दिया जाएगा, जिसके चलते डिलीवरी ब्वॉय तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने को मजबूर होते हैं.
हॉकर मुक्त रेलवे स्टेशन
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने आदेश जारी किया है कि शहर में रेलवे स्टेशनों के सौ मीटर के दायरे में हॉकर (फेरीवाले) अपना व्यापार न करें. पांडेय ने सड़क किनारे फेरी लगाने से उपजी भीड़भाड़ की समस्या से निजात पाने के वास्ते यातायात पुलिस के अधिकारियों, बृहन्मुंबई महानगर पालिका, एनजीओ के सदस्यों और खुदरा व्यापारी कल्याण संघ तथा विभिन्न हॉकर संघ के लोगों के साथ एक बैठक के बाद कहा कि फेरीवालों को रेलवे स्टेशनों के सौ मीटर के दायरे के ‘नो हॉकिंग जोन’ में व्यापार नहीं करना चाहिए.
पर्सनल मोबाइल नंबर शेयर किया
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पर्सनल मोबाइल नंबर शेयर किया है. इसका मकसद है कि लोग सीधे उनसे संपर्क कर सकें और पुलिस बल के कामकाज में सुधार व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपने सुझाव दे सकें. पांडेय ने फेसबुक अकाउंट पर अपना फोन नंबर 9869702747 शेयर किया, जिसका इस्तेमाल वह पहले डीजीपी महाराष्ट्र के रूप में करते रहे.
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय के बारे में:
संजय पांडे 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वह आईआईटी कानपुर से पढ़े हैं. पांडे की गिनती बेहद ईमानदार और खुद्दार अधिकारियों में होती है. साल 1992-93 में जब मुंबई सांप्रदायिक दंगों की आग में झुलस उठी, तो पांडे उस वक्त बतौर डीसीपी कमान संभाल रहे थे. उन्होंने इस दौरान सूझबूझ से तनावग्रस्त स्थिति पर नियंत्रण पाया. तब श्रीकृष्ण कमीशन ने उनके काम की तारीफ की थी. फेसबुक पर संजय पांडेय के 50 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं. फिलहाल उनका कार्यकाल जून 2022 तक है.
(नोट: प्रेस क्लब में पत्रकारों के साथ मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय की बातचीत के दो वीडियो यहां शेयर किए जा रहे हैं.)
जबरदस्त...
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